!! 20 !! बाल विकास Child development & Pedagogy in hindi for MP TET ,CTET , UPTET BTET RTET ect


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प्रश्‍न 1 – किशोरो की सबसे नाजुक एवं संवेदनशील समस्‍या क्‍या होती है।
उत्‍तर – यौन सम्‍बन्‍धी समस्‍या ।
प्रश्‍न 2 – मानव विकास की किस अवस्‍था के बाद व्‍यक्ति परिपक्‍व हो जाता है।  
उत्‍तर – किशोरावस्‍था ।
प्रश्‍न 3 – शिक्षण की विभिन्‍न विधियों के प्रयोग के लिए कौन सी अवस्‍था सर्वाधिक उपयुक्‍त है।  
उत्‍तर – बाल्‍यावस्‍था ।
प्रश्‍न 4 – मै कौन हूँ , मैं क्‍या हूँ , मैं भी कुछ हूँ , आदि जैसी प्रबल भावनाऍं बालक के विकास की किस अवस्‍था की सूचक होती है।  
उत्‍तर – किशोरावस्‍था ।
प्रश्‍न 5 – विकास कभी न समाप्‍त होने वाली प्रक्रिया है। यह विचार किस सिद्धान्‍त से  सम्‍बन्धित है।  
उत्‍तर – निरन्‍तरता का सिद्धान्‍त ।
प्रश्‍न 6 – शिक्षा मनोविज्ञान एक विज्ञान है।  
उत्‍तर – मानव व्‍यवहार का ।
प्रश्‍न 7 – विकास प्राणी में प्रगतिशील परिवर्तन है जो निश्चित लक्ष्‍यों की ओर निरन्‍तर निर्देशित होता रहता है । यह कथन किसका है।  
उत्‍तर – ड्रेवर का ।
प्रश्‍न 8 – बालक के व्‍यक्तित्‍व के सर्वांगीण विकास के लिए यह आवश्‍यक है कि उसके ............ की जानकारी शिक्षक को हो ।  
उत्‍तर – व्‍यवहार ।
प्रश्‍न 9 – बच्‍चे फिल्‍मों में दिखाए गए हिंसात्‍मक व्‍यवहार को सीख सकते है। यह निष्‍कर्ष किस मनोवैज्ञानिक द्वारा किए गए कार्य पर आधारित हो सकता है।  
उत्‍तर – एल्‍बर्ट बंडूरा ।
प्रश्‍न 10 – समाजीकरण का अर्थ क्‍या है।
उत्‍तर – समाज में समायोजित होना ।
प्रश्‍न 11 – सबसे अधिक गहन और जटिल समाजीकरण कौन सी अवस्‍था मे होता है।  
उत्‍तर – किशोरावस्‍था के दौरान ।
प्रश्‍न 12 – अपनी कक्षा के बच्‍चों मे समा‍जीकरण की प्रक्रिया को तेज करने के लिए शिक्षक को अपना बर्ताव ............ रखना चाहिए ।
उत्‍तर – स्‍नेह और सहानुभूतिपूर्ण ।
प्रश्‍न 13 – समाजीकरण की प्रक्रिया में अनुकरण को उपयोगी तथा विकासात्‍मक बनाने के लिए आवश्‍यक तत्‍व कौन से है।
उत्‍तर – परिवार एवं पडोस ।
प्रश्‍न 14 – मानसिक विकास की औपचारिक संक्रियात्‍मक अवस्‍था की मुख्‍य विशेषता कौन सी है।  
उत्‍तर – अमूर्त चिन्‍तन ।
प्रश्‍न 15 – कोहलबर्ग के अनुसार सही और गलत के प्रश्‍न के बारे में निर्णय लेने में शामिल चिन्‍तन प्रक्रिया को कहा जाता है।  
उत्‍तर – नैतिक तर्कणा ।
प्रश्‍न 16 – पियाजे के अनुसार संज्ञानात्‍मक विकास के किस चरण पर बच्‍चा वस्‍तु स्‍थायित्‍व को प्रदर्शित करता है।  
उत्‍तर – मूर्त संक्रियात्‍मक अवस्‍था ।
प्रश्‍न 17 – व‍ह स्‍तर जिसमें बच्‍चा किसी वस्‍तु एवं घटना के बारे में तार्किक रूप से सोचना शुरू करता है कहा जाता है।  
उत्‍तर – पूर्व क्रियात्‍मक अवस्‍था ।
प्रश्‍न 18 – ज्ञानात्मक विकास नकल पर आधारित न होकर खोज पर आधारित होता है। यह कथन किस का है।  
उत्‍तर – जीनपियाजे का ।
प्रश्‍न 19 – किस विद्वान ने बच्‍चों की अन्‍त: क्रियाओं को उनके विकास का मूल आधार माना है।  
उत्‍तर – लेव वाइगोत्‍स्‍की ।
प्रश्‍न 20 – किस विद्वान ने नैतिक विकास की अवस्‍था के सिद्धान्‍त का प्रतिपादन किया
उत्‍तर – लॉरेन्‍स कोहलबर्ग ने ।
प्रश्‍न 21 – पियाजे के अनुसार कोई बच्‍चा किस अवस्‍था में अपने परिवेश की वसतुओ को पहचानने एवं उनमें विभेद करने लगता है।  
उत्‍तर – पूर्व संक्रियात्‍मक अवस्‍था मे ।
प्रश्‍न 22 –  पियाजे ने किसी बच्‍चे के विचारों में नये विचारों के समावेश हो जाने को क्‍या कहा है।
उत्‍तर – सात्‍मीकरण ।
प्रश्‍न 23 – बच्‍चों के विकास से सम्‍बन्धित निर्माण एवं खोज का सिद्धान्‍त  किस विद्वान ने दिया ।  
उत्‍तर – जीनपियाजे ने ।
प्रश्‍न 24 – बच्‍चो मे आधारहीन आत्‍मचेतना का सम्‍बन्‍ध उसके विकास की किस अवस्‍था से सम्‍बन्धित है ।  
उत्‍तर – किशोरावस्‍था से ।
प्रश्‍न 25 – लॉरेन्‍स कोहलबर्ग द्वारा प्रतिपादित नैतिक विकास के सिद्धान्‍त के अनुसार पूर्व नैतिक अवस्‍थाकी अवधि है।  
उत्‍तर – जन्‍म से 2 वर्ष की आयु तक ।


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